चार इमली... राजधानी का सबसे पॉश इलाका। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह से लेकर कई मंत्रियों और सीनियर IAS-IPS अफसरों के बंगले यहीं पर हैं। जाहिर सी बात है कि न तो यहां की सड़कें जर्जर दिखेंगी और न ही गंदगी होगी। यानी सब चकाचक। लेकिन, इससे लगे अर्जुन नगर, गौतम नगर और पंचशील नगर में नजर दौड़ाएं तो सिवाय गंदगी, खस्ताहाल सीवेज और पानी की समस्या के कुछ नहीं दिखाई देता। तीनों ही इलाके एक ही वार्ड-46 में आते हैं, लेकिन फर्क जमीन और आसमान वाला है। अर्जुन नगर में तो चूहों ने सीवेज सिस्टम बर्बाद करके रख दिया है।
नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार का शोर भले ही थम गया है, लेकिन मुद्दे अब भी शोर मचा रहे हैं। हर वार्ड में जर्जर सड़कें, पानी की समस्या, गंदगी और खराब सीवेज सिस्टम ही बड़ा मुद्दा है।
नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार का शोर भले ही थम गया है, लेकिन मुद्दे अब भी शोर मचा रहे हैं। हर वार्ड में जर्जर सड़कें, पानी की समस्या, गंदगी और खराब सीवेज सिस्टम ही बड़ा मुद्दा है।
यह शहर का सबसे VIP वार्ड है।
अर्जुन नगर तो चार इमली से सटा हुआ है, लेकिन दोनों में काफी फर्क है। टीम को दो अलग-अलग तस्वीरें देखने को मिली। जानिए, राजधानी के इस हाईप्रोफाइल वार्ड में क्या समस्याएं हैं और क्या हैं लोगों की मांगें...।
'माननीयों' के बंगलों के आसपास सबकुछ चकाचक, गरीबों के हिस्से समस्याएं
लिंक रोड नंबर-2 के किनारे पर बसे अर्जुन नगर के ठीक पीछे चार इमली इलाका है। यहां 18 बिल्डिंग हैं। इनमें 576 फ्लैट्स बने हुए हैं। यहां सीवेज चूहों ने सीवेज लाइन को खोखला कर दिया है। गंदा पानी भी सड़कों पर बह रहा है।पार्क नहीं है। कॉलोनी की सड़क भी जर्जर है। अर्जुन नगर से कुछ आगे पहुंचे तो पंचशील नगर और गौतम नगर में भी कमोबेश ऐसी ही समस्याएं नजर आईं।
अर्जुन नगर, गौतम नगर में सड़क जर्जर है और पानी की भी समस्या है।
यहां न तो गंदगी दिखाई दी और न ही जर्जर सड़कें। यहां खूबसूरत पार्क हैं। मंत्रियों से लेकर सीनियर अफसरों के बंगले हैं।
चार इमली में सड़कें बेहतर हैं। खूबसूरत पार्क हैं।
कांग्रेस का कब्जा रहा वार्ड पर
पिछले चुनाव में वार्ड-46 पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा के समर्थक योगेंद्र सिंह पार्षद बने थे। पं. रविशंकर शुक्ल वार्ड में 18 हजार 587 मतदाता हैं। इनमें 9,803 पुरुष और 8,783 महिला मतदाता हैं। वहीं, एक थर्ड जेंडर है। वार्ड में नूतन कॉलेज, सुभाष स्कूल, इंद्रा मार्केट, श्यामनगर चौराहा, सीबीआई कॉलोनी, इंदिरा विहार, कोलार तिराहा, फॉरेस्ट कॉलोनी, उपांत कॉलोनी, प्रियदर्शनी नगर, शिवाजी नगर, चार इमली, अर्जुन नगर आदि इलाके शामिल हैं।
'माननीयों' के बंगलों के आसपास सबकुछ चकाचक, गरीबों के हिस्से समस्याएं
लिंक रोड नंबर-2 के किनारे पर बसे अर्जुन नगर के ठीक पीछे चार इमली इलाका है। यहां 18 बिल्डिंग हैं। इनमें 576 फ्लैट्स बने हुए हैं। यहां सीवेज चूहों ने सीवेज लाइन को खोखला कर दिया है। गंदा पानी भी सड़कों पर बह रहा है।पार्क नहीं है। कॉलोनी की सड़क भी जर्जर है। अर्जुन नगर से कुछ आगे पहुंचे तो पंचशील नगर और गौतम नगर में भी कमोबेश ऐसी ही समस्याएं नजर आईं।
अर्जुन नगर, गौतम नगर में सड़क जर्जर है और पानी की भी समस्या है।
यहां न तो गंदगी दिखाई दी और न ही जर्जर सड़कें। यहां खूबसूरत पार्क हैं। मंत्रियों से लेकर सीनियर अफसरों के बंगले हैं।
चार इमली में सड़कें बेहतर हैं। खूबसूरत पार्क हैं।
कांग्रेस का कब्जा रहा वार्ड पर
पिछले चुनाव में वार्ड-46 पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा के समर्थक योगेंद्र सिंह पार्षद बने थे। पं. रविशंकर शुक्ल वार्ड में 18 हजार 587 मतदाता हैं। इनमें 9,803 पुरुष और 8,783 महिला मतदाता हैं। वहीं, एक थर्ड जेंडर है। वार्ड में नूतन कॉलेज, सुभाष स्कूल, इंद्रा मार्केट, श्यामनगर चौराहा, सीबीआई कॉलोनी, इंदिरा विहार, कोलार तिराहा, फॉरेस्ट कॉलोनी, उपांत कॉलोनी, प्रियदर्शनी नगर, शिवाजी नगर, चार इमली, अर्जुन नगर आदि इलाके शामिल हैं।