सामुदायिक कौशल विकास में शामिल होंगे नए संस्थान।
कौशल विकास के माध्यम से सामुदायिक विकास की कसरत तो काफी पहले से चल रही है, लेकिन अब इसका दायरा बढ़ाने के साथ ही कुछ स्वरूप भी बदला गया है। पालिटेक्निक कालेजों के माध्यम से सामुदायिक कौशल विकास की योजना में अब कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता के क्षेत्रीय निदेशालय और नए पालिटेक्निक संस्थानों को भी जोड़ा है।
उम्र की नहीं है कोई बाधा
प्रशिक्षण महानिदेशालय ने हाल में पालिटेक्निक कालेजों के माध्यम से सामुदायिक विकास की योजना को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की हैं। पिछली गाइडलाइंस 2009 में जारी की गई थीं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि महिलाओं, अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, दिव्यांग, कमजोर आय वर्ग सहित पढ़ाई छोड़ चुके बच्चों का कौशल विकास करना। इस योजना में उम्र की कोई बाधा नहीं है।
10-12 गांवों का क्लस्टर बनाकर संस्थान देंगे प्रशिक्षण
प्रविधान है कि संस्थान 10-12 गांवों का क्लस्टर बनाकर इन वर्गों को कौशल प्रशिक्षण देंगे। अब तक इस योजना के संचालन का दायित्व सिर्फ पालिटेक्निक संस्थानों के पास था।
हरित एवं नवीकरणीय ऊर्जा तकनीक को भी किया गया है शामिल
प्रशिक्षण का पाठ्यक्रम नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क के अनुसार तैयार करने के लिए कहा गया है, ताकि प्रशिक्षणार्थियों को इंडस्ट्री 4.0 यानी नए दौर के औद्योगिकीकरण के अनुसार तैयार किया जा सके। इसमें हरित एवं नवीकरणीय ऊर्जा तकनीक को भी शामिल किया जा रहा है।