भारत के Private Credit सेक्टर में विश्व की बड़ी कंपनियां निवेश की योजना बना रही हैं। कतर और अमेरिका के बड़े कैपिटल निवेशक भारत में निवेश की संभावना तलाश रहे हैं। आइए जानते हैं विस्तार से..
Global funds eye entry into Indian private credit space
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क। वैश्विक निवेशकों का भारत में निवेश को लेकर सकारात्मक रुझान बना हुआ है। कतर का पावर इंटरनेशनल होल्डिंग (PIH), अमेरिका का एचपीएस पार्टनर्स (HPS Partners), फोर्ट्रेस इन्वेस्टमेंट ग्रुप (Fortress Investment Group) भारत में प्राइवेट क्रेडिट क्षेत्र में निवेश को लेकर बातचीत कर रहा है।
ये बड़े वैश्विक निवेशक भारत में 50 से 100 मिलियन डॉलर की निवेश कर सकते हैं। हालांकि, तीन कंपनियों की ओर से आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है, क्योंकि तीनों निवेशक भारत में प्राइवेट क्रेडिट में निवेश के मौके तलाश रहे हैं।
अब तक किन क्षेत्रों में इन कंपनियों ने किया निवेश?
पावर इंटरनेशनल होल्डिंग एक बड़ा बिजनेस हाउस है। ग्रुप की ओर से जनरल कॉन्ट्रैक्टिंग, इंडस्ट्रीज एंड सर्विसेज, कृषि एंड फूड इंडस्ट्रीज, रियल एस्टेट और लाइफस्टाइल सेक्टर में निवेश किया गया है।
एचपीएस पार्टनर्स ने कैपिटल सेक्टर में बॉन्ड्स और लोन आदि में निवेश के लिए जाना जाता है। अप्रैल तक कंपनी के पास 101 अरब डॉलर का एयूएम है, जिसमें से पब्लिक क्रेडिट 22 अरब डॉलर है और प्राइवेट क्रेडिट 79 अरब डॉलर है।
फोर्ट्रेस इन्वेस्टमेंट ग्रुप का नाम भी बड़ी ग्लोबल इंवेस्टमेंट ग्रुप में शामिल है। 31 मार्च कर कंपनी का एयूएम 44.2 अरब डॉलर का था।
भारत में क्यों निवेश कर रहे ये निवेशक?
मौजूदा समय में भारत की अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन दुनिया की अन्य अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले काफी अच्छा है। यहां लोन की मांग भी काफी तेजी से बढ़ रही है। इस कारण बड़े निवेशक इस क्षेत्र में निवेश को लेकर विकल्पों की तलाश कर रहे हैं।
वैश्विक निवेशक ही नहीं भारत की बड़ी कंपनियां भी इस सेक्टर में लगातार उतर रही हैं। हाल ही में देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस ने इस सेक्टर में उतरने की योजना बनाई है।
Global funds eye entry into Indian private credit space
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क। वैश्विक निवेशकों का भारत में निवेश को लेकर सकारात्मक रुझान बना हुआ है। कतर का पावर इंटरनेशनल होल्डिंग (PIH), अमेरिका का एचपीएस पार्टनर्स (HPS Partners), फोर्ट्रेस इन्वेस्टमेंट ग्रुप (Fortress Investment Group) भारत में प्राइवेट क्रेडिट क्षेत्र में निवेश को लेकर बातचीत कर रहा है।
ये बड़े वैश्विक निवेशक भारत में 50 से 100 मिलियन डॉलर की निवेश कर सकते हैं। हालांकि, तीन कंपनियों की ओर से आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है, क्योंकि तीनों निवेशक भारत में प्राइवेट क्रेडिट में निवेश के मौके तलाश रहे हैं।
अब तक किन क्षेत्रों में इन कंपनियों ने किया निवेश?
पावर इंटरनेशनल होल्डिंग एक बड़ा बिजनेस हाउस है। ग्रुप की ओर से जनरल कॉन्ट्रैक्टिंग, इंडस्ट्रीज एंड सर्विसेज, कृषि एंड फूड इंडस्ट्रीज, रियल एस्टेट और लाइफस्टाइल सेक्टर में निवेश किया गया है।
एचपीएस पार्टनर्स ने कैपिटल सेक्टर में बॉन्ड्स और लोन आदि में निवेश के लिए जाना जाता है। अप्रैल तक कंपनी के पास 101 अरब डॉलर का एयूएम है, जिसमें से पब्लिक क्रेडिट 22 अरब डॉलर है और प्राइवेट क्रेडिट 79 अरब डॉलर है।
फोर्ट्रेस इन्वेस्टमेंट ग्रुप का नाम भी बड़ी ग्लोबल इंवेस्टमेंट ग्रुप में शामिल है। 31 मार्च कर कंपनी का एयूएम 44.2 अरब डॉलर का था।
भारत में क्यों निवेश कर रहे ये निवेशक?
मौजूदा समय में भारत की अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन दुनिया की अन्य अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले काफी अच्छा है। यहां लोन की मांग भी काफी तेजी से बढ़ रही है। इस कारण बड़े निवेशक इस क्षेत्र में निवेश को लेकर विकल्पों की तलाश कर रहे हैं।
वैश्विक निवेशक ही नहीं भारत की बड़ी कंपनियां भी इस सेक्टर में लगातार उतर रही हैं। हाल ही में देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस ने इस सेक्टर में उतरने की योजना बनाई है।