Bhopal: सर्जरी के बाद जोड़ा गया कटा हाथ करने लगा काम, हमीदिया अस्पताल के डॉक्टरों ने किया था चमत्कार
सर्जरी के बाद मरीज को पोस्ट आपरेटिव आईसीयू में रखा गया। जहां उसकी लगभग एक सप्ताह तक निगरानी की गई। इसके बाद अब करीब एक माह बाद बीते शनिवार के मरीज दोबारा चेकअप के लिए आया था। जिसमें मरीज का घटना के वक्त 90 फीसदी तक कटा हाथ लगभग सामान्य हाथ की तरह होता नजर आया। उंगलियां भी चल रही थी।
Bhopal: सर्जरी के बाद जोड़ा गया कटा हाथ करने लगा काम
भोपाल, हमीदिया अस्पताल के तीन विभागों ने मिलकर हाल ही आठ घंटे की सर्जरी कर कटा हुआ हाथ जोड़ा है। विदिशा के 50 वर्षीय हल्के कुशवाह का करीब एक माह पहले दोपहर तीन बजे आरा मशीन पर काम करते वक्त कलाई के पास से हाथ कट गाया था। जिसके चलते हड्डी, नसों समेत 90 फीसदी हिस्सा अलग होकर लटक गाया था।
उनके साथ काम करने वाले कर्मचारी तत्काल उन्हें विदिशा जिला अस्पताल ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत हमीदिया अस्पताल रैफर किया गया था। ऐसे में उसी रात 8 बजे प्लास्टिक सर्जरी, निश्चेतना और अस्थिरोग विभाग के चिकित्सकों ने टीम के साथ हाथ जोड़ने का आपरेशन किया। जो सुबाह चार बजे तक चला।
चलने लगी उंगलियां
सर्जरी के बाद मरीज को पोस्ट आपरेटिव आईसीयू में रखा गया। जहां उसकी लगभग एक सप्ताह तक निगरानी की गई। इसके बाद अब करीब एक माह बाद बीते शनिवार के मरीज दोबारा चेकअप के लिए आया था। जिसमें मरीज का घटना के वक्त 90 फीसदी तक कटा हाथ लगभग सामान्य हाथ की तरह होता नजर आया। उंगलियां भी चल रही थी।
सर्जरी के बाद मरीज को पोस्ट आपरेटिव आईसीयू में रखा गया। जहां उसकी लगभग एक सप्ताह तक निगरानी की गई। इसके बाद अब करीब एक माह बाद बीते शनिवार के मरीज दोबारा चेकअप के लिए आया था। जिसमें मरीज का घटना के वक्त 90 फीसदी तक कटा हाथ लगभग सामान्य हाथ की तरह होता नजर आया। उंगलियां भी चल रही थी।
Bhopal: सर्जरी के बाद जोड़ा गया कटा हाथ करने लगा काम
भोपाल, हमीदिया अस्पताल के तीन विभागों ने मिलकर हाल ही आठ घंटे की सर्जरी कर कटा हुआ हाथ जोड़ा है। विदिशा के 50 वर्षीय हल्के कुशवाह का करीब एक माह पहले दोपहर तीन बजे आरा मशीन पर काम करते वक्त कलाई के पास से हाथ कट गाया था। जिसके चलते हड्डी, नसों समेत 90 फीसदी हिस्सा अलग होकर लटक गाया था।
उनके साथ काम करने वाले कर्मचारी तत्काल उन्हें विदिशा जिला अस्पताल ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत हमीदिया अस्पताल रैफर किया गया था। ऐसे में उसी रात 8 बजे प्लास्टिक सर्जरी, निश्चेतना और अस्थिरोग विभाग के चिकित्सकों ने टीम के साथ हाथ जोड़ने का आपरेशन किया। जो सुबाह चार बजे तक चला।
चलने लगी उंगलियां
सर्जरी के बाद मरीज को पोस्ट आपरेटिव आईसीयू में रखा गया। जहां उसकी लगभग एक सप्ताह तक निगरानी की गई। इसके बाद अब करीब एक माह बाद बीते शनिवार के मरीज दोबारा चेकअप के लिए आया था। जिसमें मरीज का घटना के वक्त 90 फीसदी तक कटा हाथ लगभग सामान्य हाथ की तरह होता नजर आया। उंगलियां भी चल रही थी।