ट्रंप के शपथ में भारत का जलवा तो चीन को सख्त संदेश, अमेरिकी राष्ट्रपति ने ड्रैगन को क्यों दी खुली धमकी?
Donald Trump oath ceremony डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है। ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में कई बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं। दुनियाभर के खास मेहमान इसमें शामिल हुए लेकिन कार्यक्रम में भारत को खास तवज्जो मिलती दिखी। प्रतिनिधि के तौर पर शामिल विदेश मंत्री एस जयशंकर इस कार्यक्रम में पहली पंक्ति में बैठे दिखे।
Donald Trump oath ceremony पहली पंक्ति में बैठे दिखे जयशंकर। (पीटीआई)
Donald Trump oath ceremony डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है। ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में कई बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं। दुनियाभर के खास मेहमान इसमें शामिल हुए, लेकिन कार्यक्रम में भारत को खास तवज्जो मिलती दिखी।
दरअसल, ट्रंप के शपथ समारोह में पीएम मोदी को भी न्योता आया था। उन्होंने अपने प्रतिनिधि के तौर पर विदेश मंत्री एस जयशंकर को भेजा था। जयशंकर इस कार्यक्रम में पहली पंक्ति में बैठे दिखे। वो ट्रंप के एकदम सामने नजर आए। इससे साफ हो रहा है कि ट्रंप भारत को अपना खास दोस्त मान रहा है।
जयशंकर ने किया पोस्टविदेश मंत्री ने एक्स पर पोस्ट कर कहा,
आज शाम वाशिंगटन में उद्घाटन समारोह में भाग लिया। राष्ट्रपति ट्रंप के प्रशासन के प्रमुख सदस्यों से मिलने का अवसर मिला। शाम के समारोह में स्पीकर माइक जॉनसन और बहुमत नेता जॉन थून से मिलकर भी खुशी हुई। अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली से भी मैं मिला और पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से शुभकामनाएं दीं।
ट्रंप कैबिनेट सदस्यों से मिले जयशंकर
कार्यक्रम के दौरान, जयशंकर ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के प्रमुख सदस्यों से मुलाकात की, जिसमें अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के 56वें अध्यक्ष माइक जॉनसन और सीनेट के बहुमत नेता जॉन थून शामिल थे। उन्होंने संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक पद के लिए नामित काश पटेल से भी बातचीत की।
चीन को ट्रंप ने दी धमकीट्रंप ने शपथ के बाद चीन को भी उसकी हैसियत दिखाई। दरअसल, ट्रंप ने चीनी ऐप टिक-टॉक से बैन तो हटा लिया, लेकिन उन्होंने उसकी पेरंट कंपनी बाइटडांस से समझौता करने को कहा है। ट्रंप ने कहा कि वो इसे चीन के हाथों में नहीं देखना चाहते।
इसी के साथ ट्रंप ने चीन को धमकी भी दे डाली और कहा कि अगर उसने अडंगा डाला तो वो उसपर 100 फीसद तक का टैरिफ भी लगा सकते हैं।
Donald Trump oath ceremony डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है। ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में कई बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं। दुनियाभर के खास मेहमान इसमें शामिल हुए लेकिन कार्यक्रम में भारत को खास तवज्जो मिलती दिखी। प्रतिनिधि के तौर पर शामिल विदेश मंत्री एस जयशंकर इस कार्यक्रम में पहली पंक्ति में बैठे दिखे।
Donald Trump oath ceremony पहली पंक्ति में बैठे दिखे जयशंकर। (पीटीआई)
Donald Trump oath ceremony डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है। ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में कई बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं। दुनियाभर के खास मेहमान इसमें शामिल हुए, लेकिन कार्यक्रम में भारत को खास तवज्जो मिलती दिखी।
दरअसल, ट्रंप के शपथ समारोह में पीएम मोदी को भी न्योता आया था। उन्होंने अपने प्रतिनिधि के तौर पर विदेश मंत्री एस जयशंकर को भेजा था। जयशंकर इस कार्यक्रम में पहली पंक्ति में बैठे दिखे। वो ट्रंप के एकदम सामने नजर आए। इससे साफ हो रहा है कि ट्रंप भारत को अपना खास दोस्त मान रहा है।
जयशंकर ने किया पोस्टविदेश मंत्री ने एक्स पर पोस्ट कर कहा,
आज शाम वाशिंगटन में उद्घाटन समारोह में भाग लिया। राष्ट्रपति ट्रंप के प्रशासन के प्रमुख सदस्यों से मिलने का अवसर मिला। शाम के समारोह में स्पीकर माइक जॉनसन और बहुमत नेता जॉन थून से मिलकर भी खुशी हुई। अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली से भी मैं मिला और पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से शुभकामनाएं दीं।
ट्रंप कैबिनेट सदस्यों से मिले जयशंकर
कार्यक्रम के दौरान, जयशंकर ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के प्रमुख सदस्यों से मुलाकात की, जिसमें अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के 56वें अध्यक्ष माइक जॉनसन और सीनेट के बहुमत नेता जॉन थून शामिल थे। उन्होंने संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक पद के लिए नामित काश पटेल से भी बातचीत की।
चीन को ट्रंप ने दी धमकीट्रंप ने शपथ के बाद चीन को भी उसकी हैसियत दिखाई। दरअसल, ट्रंप ने चीनी ऐप टिक-टॉक से बैन तो हटा लिया, लेकिन उन्होंने उसकी पेरंट कंपनी बाइटडांस से समझौता करने को कहा है। ट्रंप ने कहा कि वो इसे चीन के हाथों में नहीं देखना चाहते।
इसी के साथ ट्रंप ने चीन को धमकी भी दे डाली और कहा कि अगर उसने अडंगा डाला तो वो उसपर 100 फीसद तक का टैरिफ भी लगा सकते हैं।